▬▬हुकू▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
सहमा-सहमा हर लम्हा सा लगता है
तेरे बिना सब कुछ भीखरा सा लगता है...
एक पल देख लूं उसे तो जी उठूंगा
भुझती हुई आँखों को यह एहसास सा लगता है...
और कुछ नहीं हासिल हुआ उम्र के तजुर्बे से मुझे
दो वक़्त की रोटी के लिए आदमी देश-विदेश भटकता है…
कल पूछ बैठा कोई मुझसे तस्वीर तेरी देखकर
तेरा इससे कोई दर्द का रिश्ता लगता है...
सहमा-सहमा हर लम्हा सा लगता है
तेरे बिना सब कुछ भीखरा सा लगता है...
एक पल देख लूं उसे तो जी उठूंगा
भुझती हुई आँखों को यह एहसास सा लगता है...
और कुछ नहीं हासिल हुआ उम्र के तजुर्बे से मुझे
दो वक़्त की रोटी के लिए आदमी देश-विदेश भटकता है…
कल पूछ बैठा कोई मुझसे तस्वीर तेरी देखकर
तेरा इससे कोई दर्द का रिश्ता लगता है...
(⁀‵⁀) .
.`⋎´
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬[रोमिल]▬▬▬