पूरी होके भी मैं अधूरी सी हूँ
हूँ फूल
फिर भी न खीली सी हूँ...
***
जोश बहुत हैं
हूँ फूल
फिर भी न खीली सी हूँ...
***
जोश बहुत हैं
उमंग बहुत हैं दिल में उड़ने का
लेकिन पंख कटी सी हूँ...
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चेहरे पर तो सदा मुस्कान रहती हैं
दिल ही दिल में जली सी हूँ...
***
जी चाहता हैं उसकी प्यास भूझा दूं
हूँ सागर
फिर भी खारे पानी सी हूँ...
***
उसकी होकर
उसकी हो न सकी
रोमिल, ज़िन्दगी की एक अनकही कहानी सी हूँ...
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चेहरे पर तो सदा मुस्कान रहती हैं
दिल ही दिल में जली सी हूँ...
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जी चाहता हैं उसकी प्यास भूझा दूं
हूँ सागर
फिर भी खारे पानी सी हूँ...
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उसकी होकर
उसकी हो न सकी
रोमिल, ज़िन्दगी की एक अनकही कहानी सी हूँ...
#रोमिल