यह ज़िद,
यह समाज...
की दीवारें तुमने ही तो खड़ी की है
बिना इसको तोड़े कैसे आ पाओगी...
रास्तों में ही उलझ के भटक जाओगी...
- #रोमिल
All my posts dedicated to My Rab NaaZ... Bas is tarah mohabbat ki namazein ada kar leta hun, naam NaaZ ka zameen pe likh sajda kar leta hoon... Written By ROMIL.COPYRIGHT RESERVED to http://www.sunny-raj.blogspot.com and writer!