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Saturday, May 16, 2020

बादशाही में भी फ़कीरी होनी चाहिए

माँ कहती थी....

बादशाही में भी फ़कीरी होनी चाहिए,
उतनी ही अपनी दुनिया फहलाओ जितनी जरूरी होनी चाहिए।

कोई मुफ़लिस न रह जाये भूखा,
उतनी ही थाली सजाओ जितनी भूख होनी चाहिए।   
जौ की रोटी की कद्र होनी चाहिए।

मांग कर देखो,
मुमकिन है खुदा अर्श भी दे दे,
बस शर्त इतनी है, अरदास रूहानी होनी चाहिए।

यह ज़िन्दगी तो बस कुछ ही दौर की है,
खुदा के घर, जन्नत की फ़िक्र करो, वहां हाज़री होनी चाहिए।

#रोमिल

Sunday, May 10, 2020

Maa kehti thi...

Maa kehti thi....

Bhalu... Tu kuch jyada hi Khara hai...
"Khara Pani piya na jaave,
Meetha ho to gale ke neeche utar paave"

Bhalu... Tu na Chabi wale Khilauna jaisa hai...
"Chabi wala Khilauna, Chabi bharte hi Dauda jaave,
Na dekhe Deewar, na dekhe Rasta,
Bas jake Bhid hi jaave"

Bhalu... Sab baatein Dil pe nahi lete hai...
"Sabki besir-pair ki baaton se Dil ko kyon dukhave,
Deep jale to Keede-Makode bhi to aave"

aur

Bhalu... Thoda paisa jama kar le apne liye...
"Bure waqt pe apna hi joda hua paisa kaam aave,
Jab na chale haath-pair, padh jave khatiya pe to...
Koi na do-june ki Roti khilave"

#Romil

मां कहती थी... 

भालू... तू कुछ ज्यादा ही खरा है... 
"खरा पानी पिया ना जावे, 
मीठा हो तो गले के नीचे उतर पावे" 

भालू... तू ना चाबी वाले खिलौने जैसा है... 
"चाबी वाला खिलौना, चाबी भरते ही दौड़ा जावे, 
ना देखें दीवार,ना देखे रस्ता, 
बस जाके भिड़ ही जावे"

भालू... सब बातें दिल पर नहीं लेते हैं... 
"सबकी बेसिर-पैर की बातों से दिल को क्यों दुःखावे,
दीप जले तो कीड़े-मकोड़े भी तो आवे" 

और 

भालू... थोड़ा पैसा जमा कर ले अपने लिए... 
"बुरे वक्त पर अपना ही जोड़ा हुआ पैसा काम आवे, 
जब ना चले हाथ-पैर, पड़ जावे खटिया पे तो... 
कोई ना दो-जून की रोटी खिलावे"

#रोमिल

Tuesday, January 14, 2020

अब माँ के बाद कोई यह पूछने वाला नहीं रहा...

बहू के आ जाने पर भी बेटा उसकी क़ैद में रहता है... 
यह देखकर माँ का क़द फ़क्र से ऊँचा रहता है...

वो ही इंसान जन्नत-ए-जहां ढूँढ़ लेगा...
जिसकी जेबों में हुसैन का पता रहता है... 

जल्दी ही उसके गुनाहों का घड़ा भर जायेगा... 
आज कल वो बड़े-ऊँचे सियासी लोगों की महफ़िल में जो रहता है... 

और 

अब माँ के बाद कोई यह पूछने वाला नहीं रहा... 
तू रात भर जागता क्यों रहता है... 

#रोमिल अरोरा

Monday, January 13, 2020

बेटा... हमेशा अपने सपने बड़े रखना...

अम्मी कहती थी... 

बेटा... हमेशा अपने सपने बड़े रखना... 
सिर्फ बिस्तर पर सोते ही नहीं रहना... उठो और इस ज़मीन पर चलना, दौड़ना... 

चाँद, तारों की ऊँचाइयों को देखकर घबराना नहीं 
हमेशा उनको पाने की ख्वाइश दिल में रखना... 

जल जाये यह उँगली कोई ग़म नहीं
पर इस सत्य की रोशनी को हमेशा जलाये रखना... 
बेटा... हमेशा सपने बड़े रखना... 

#रोमिल

Ammi Kehti Thi...

Ammi Kehti Thi...

Bewafai kare... Fir Tauba kare koi...
Aadam-ki-Zaat maaf kar de..

Insaan... Khuda ban nahi sakta...

#Romil Arora

Beton se wafa na mil saki to Maa ne meri Kutta paal liya.

Beton se wafa na mil saki to 
Maa ne meri 
Kutta paal liya...

बेटों से वफा ना मिल सकी तो माँ ने मेरी कुत्ता पाल लिया...

Saturday, January 11, 2020

वक़्त बस चलता जा रहा है...

अम्मी कहती थी... 

जिस बेटे की नजरें मैंने उतारी थी... 
वही बेटा मुझे नज़रें दिखाता  है... 
शहर में रहता है... 
पर मिलने नही आता है... 

चंद आंसू, मेरी आँखों में पलते रहते है... 
मौत बिस्तर पर करवटें लेती रहती है... 

बेटी होती तो... दवाई पिलाती...
ख़िदमत करती... 
दुआ में लगी रहती...  

वक़्त बस चलता जा रहा है... 
न जाने कब पूरा होगा.. 

#
रोमिल अरोरा

करुणा खुद के मन को भी आनन्दित करती है...

माँ कहती थी... 

मीठी बानी क्रोध से भरे चट्टानी मन को भी हिला देती है... 
करुणा खुद के मन को भी आनन्दित करती है... 

और 

जितनी जरूरत होती है चिड़िया को... 
उतना ही बड़ा घोंसला बनाती है... 

#रोमिल

खुदा की रज़ा से जलता है...

अम्मी कहती थी... 

यह चूल्हा न मेरी वजह से जलता है...
न तेरी वजह से जलता है... 
यह तो 
खुदा की रज़ा से जलता है... 

और 

सबसे पहले नेकी... 
नेकी पहले... 
बाद में घर का चूल्हा जलता है...

#रोमिल

ज़मीं भी खुदा-खुदा बोल दे...

अम्मा कहती थी...

रब की इबादत दिल से करो...
न जाने वह किस वक़्त क्या बक़्श दे...

और

सजदा करो तो ऐसा दिल से करो...
कि ज़मीं भी खुदा-खुदा बोल दे...

#रोमिल

Wednesday, April 3, 2019

Ammi kehti thi... 04th April '2019

Ammi kehti thi...

Rishton mein hamesha Imandari nahi dikhani chahiye...
Kabhi-Kabhi Dukandari bhi karni chahiye...

(Jyada Imandari dikhaoge to yeh Rishtedaar tumko bewakuf samjhenge aur tumhara najayaz fayda uthayenge)

aur

Ek Chup... Hazar Sukh...

(Maun rehna seekho... Jo Kutta jyada bhaukata hai, bacche use baukane mein; door se pathar maarne mein apna Sukh-Anand samajhate hai...)

aur

Poora thaan tann pe odh lene se behtar hai... Mann hidayaton se dhak liya jaye...

(Bane baithe hai Mulla-Kaazi aur inki Harkatein, Rab hi maalik hai...)

#Romil

अम्मी कहती थी... 

रिश्तो में हमेशा ईमानदारी नहीं दिखानी चाहिए... 
कभी-कभी दुकानदारी भी करनी चाहिए... 

(ज्यादा ईमानदारी दिखाओगे तो यह रिश्तेदार तुमको बेवकूफ समझेंगे और तुम्हारा नाजायज फायदा उठाएंगे...)

और

एक चुप... हजार सुख... 

(मौन रहना सीखो... जो कुत्ता ज्यादा भौकता है, बच्चे उसे भौंकने में, दूर से पत्थर मारने में अपना सुख-आनंद समझते हैं...)

और 

पूरा थान तन पे ओढ़ लेने से बेहतर है... मन हिदायतों से ढक लिया जाए...

(बने बैठे हैं मुल्ला-काज़ी और इनकी हरकतें, रब ही मालिक है...)

#रोमिल

आज माँ को यादकर पलकों से आंसू टपक पड़े रोमिल यह गर्मी के मौसम में बरसात की बूँदें अच्छी लगती है।.

आज माँ को यादकर पलकों से आंसू टपक पड़े रोमिल
यह गर्मी के मौसम में बरसात की बूँदें अच्छी लगती है।

#रोमिल

Isse badi bhala aur kya jeet hogi meri Maa ke Sangharsho ki...

Uske jaane ke 07 saalo baad bhi uska Beta use Rab ki tarah pujta hai, 
Isse badi bhala aur kya jeet hogi meri Maa ke Sangharsho ki...

#Romil

उसके जाने के सात सालों बाद भी उसका बेटा उसे रब की तरह पूजता है...
इससे बड़ी भला और क्या जीत होगी मेरी माँ के संघर्षों की...

#रोमिल

मेरी नमाज़ों का कुछ ऐसा सिला दे... खुदा मुझे ता-उम्र उसका बेटा ही बने रहने दे...

मेरी नमाज़ों का कुछ ऐसा सिला दे... 
खुदा मुझे ता-उम्र उसका बेटा ही बने रहने दे... 

#रोमिल

Monday, April 1, 2019

Ammi kehti thi... 04th April...

Ammi kehti thi...

Yeh Rupiya...Note...Kaagaz ki Naav hai...
Kitne din Sagar mein tair paaye...

Maa janme Do Suputr ko...
Ek Heera... Ek Kankar ho jaye...

Phool jab daali se thoda jaye...
Tabhi to Maala mein gundha jaye...

aur

Aajkal ke Neta... Subah-Din kaate Rally-Udghatan mein...
Shaam-Raat ho to Khabari Channel mein nazar aaye...

#Romil Arora

Ammi kehti thi... 4th April

Ammi kehti thi...

Fakeer ki tarah jiyo ki Dil se Ameer kehlao...
Maro to aisa Maro ki Peer ho jao...

#Romil Arora

Sunday, March 31, 2019

Ammi kehti thi...04th April '2019

Ammi kehti thi...

Dariya mein naav ka kya Bharosa...
Paar utare ya dubb jaye...

Aurat nau mahine tak bacche ko pet mein samaye...
Par Zara si Baat na uske pet mein samai jaye....

aur

Irade to roz bante hai, rooz toot jaate hai...
Ajmer wahi pahuchate hai, jinhe Khawaja bulate hai...
Maa ke Darbar wahi pahuchate hai, jinhe Vaishno Devi bulati hai...

aur

Saasu bhi Rani...
Nand bhi Rani...
Bahu bhi Rani...
Fir kaun bharega Pani...

Ghar mein kare na Bahar kare koi Kaam...
Bani baiti hai Sab Rani-Maharani...

#Romil Arora

Wednesday, September 26, 2018

Maa ki kabr par bhi baitho to sukun deti hai...

Ammo kehti thi...

Maa ki kabr par bhi baitho to sukun deti hai...
Lakhon buraiyan ho tum mein, maa parda daal deti hai...

Kabhi thanedaar bankar tumpar nazar rakhti hai... To kabhi dost bankar sang shararat karti hai...

Padai tum karte ho, par fikr mein woh jaagti rehti hai...
Qamyaabi tumhe naseeb ho... Woh dua karti hai...

Maa sirf deti hai ... Sirf pyar lootana jaanti hai...

#Romil Arora

Tuesday, September 18, 2018

Haqiqat se mooh moda nahi jaata...

Ammo kehti thi...

Ghar mein Maa aur Beti ka qamra badi adab ki jagah hoti hai...
Aise dan-danate andar nahi ghusa jaata...

Kabhi Beti ke sar par apna haath rakh kar Baap ko uski kheriyat puch leni chahiye...
Beti paraye ghar chali jaye, tab bhi rishta nahi toda jaata...

Budhape mein koi dekh-bhaal kar na sake par dua jaroor degi...
Maa ko kabhi tanha nahi chhoda jaata...

aur

Koshish karo bacche dada-dadi ke haaton hi pale...
"unki parvarish ne kya tumko bigaad diya tha?"
Biwi, uske gharwalon ke behkane mein aake haqiqat se mooh moda nahi jaata...

#Romil Arora

Sunday, August 12, 2018

Ek bacche ke liye uski Maa uski dunia hoti hai...

Ek bacche ke liye uski Maa uski dunia hoti hai...
Jo ek baar maa se aitbaar uth jaye na to dunia-e-jahan uske liye be-aitbaar ho jaati hai...

Tarjuma

Tere Bete ko yeh elm hona jaroori hai ki sirf mohabbat ki wajah se hum-dono ne haath thama hai ek dusare ka aur dusari koi wajah nahi hai...

Sahi hai...

#Romil Arora