Thursday, July 24, 2008

dil se...

"Hum sheher-e-mehfil mein tanha nahi the,
magar koi humsafar nahi mila sanam tere jaisa"

"Silsila mohabbat ka kuch is tarah humne nibhaya hai,
sanam tujhe apna rab banaya hai"

#Romil

हम शहर-ए-महफिल में तन्हा नहीं थे, 
मगर कोई हमसफ़र नहीं मिला सनम तेरे जैसा... 

सिलसिला मोहब्बत का कुछ इस तरह हमने निभाया है, सनम तुझे अपना रब बनाया है... 

#रोमिल

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