Friday, August 22, 2008

Sun Re Kanhaiya Ki Maiya...

Ohh... Sun Re Kanhaiya Ki Maiya...
ओह... सुन रे कन्हैया की मैया...

Chhota Sa, Pyara Sa,
Bada Natkhat Hai,
Tera Kanhaiya,
Tu Hi Samjha Humko,
Hum Kya Kare Yashodha Maiya...
छोटा सा, प्यारा सा,
बड़ा नटखट है,
तेरा कन्हैया,
तू ही समझा हमको,
हम क्या करें यशोदा मैया...

Chhed Kar Humko,
Jaane Kahan Chhup Jata Hai,
Natkhat Kanhaiya,
Tu Hi Samjha Humko,
Hum Kya Kare Yashodha Maiya...

छेड़ कर हमको,
जाने कहाँ छुप जाता है,
नटखट कन्हैया,
तू ही समझा हमको,
हम क्या करें यशोदा मैया...

Makhan Churaye,
Sabko Khilaye,
Matki Hamari Fod Jaye,
Natkhat Kanhaiya,
Tu Hi Samjha Humko,

Hum Kya Kare Yashodha Maiya...
माखन चुराये,
सबको खिलाये,
मटकी हमारी फोड़ जाये,
नटखट कन्हैया,
तू ही समझा हमको,
हम क्या करें यशोदा मैया...

Sabka Pyara,
Jag Ka Dulara,
Kyon Hai Itna Natkhat Kanhaiya,
Tu Hi Samjha Humko,
Kyon Hai Itna Natkhat Kanhaiya...
Ohh. Kanhaiya Ki Maiya... 
Tu Hi Samjha Humko.
सबका प्यारा,
जग का दुलारा,
क्यों है इतना नटखट कन्हैया,
तू ही समझा हमको,
क्यों है इतना नटखट कन्हैया,
ओह... कन्हैया की मैया...
तू ही समझा हमको...

#Romil
#रोमिल

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