Saturday, December 13, 2008

Kya Keh Kar Apne Dil Ko Main Samjhau!

Kya Keh Kar Apne Dil Ko Main Samjhau!
Ya Bharosa Nahi Tha Tujhe Mujh Par
Ya Fhir Gurur Tha Tujhe Apni Daulat Par.
Kya Keh Kar Apne Dil Ko Main Samjhau!
Ya Zamane Se Majboor Thi Tu
Ya Husn Par Magrur Thi Tu.
Kya Keh Kar Apne Dil Ko Main Samjhau!
Ya Meri Wafa Pasand Nahi Thi Tujhko
Ya Bewafai Karna Pasand Thi Tujhko.
Kya Keh Kar Apne Dil Ko Main Samjhau!
Ya Tujhe Apni Barbadi Ka Muzrim Kahu
Ya Tujhe Na-samajh Masoom Kahu.
Kya Keh Kar Apne Dil Ko Main Samjhau!

#Romil

क्या कह कर अपने दिल को मैं समझाऊं 
या भरोसा नहीं था तुझे मुझ पर 
या फिर गुरूर था तुझे अपनी दौलत पर 
क्या कह कर अपने दिल को मैं समझाऊं 
या जमाने से मजबूर थी तू 
या हुस्न पर मगरूर थी तू 
क्या कह कर अपने दिल को मैं समझाऊं
या मेरी वफा पसंद नहीं थी तुझको 
या बेवफाई करना पसंद थी तुझको 
क्या कह कर अपने दिल को मैं समझाऊं
या तुझे अपनी बर्बादी का मुजरिम कहूं 
या तुझे ना-समझ मासूम कहूं
क्या कह कर अपने दिल को मैं समझाऊं 

#रोमिल

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