"ghar mera mitti ka tha aur mujhe barsaat se mohabbat thi"
~
"hum us husn ki bandagi khuda samaj kar karte rahe,
jo daulat ki duniya mein bik jaate hai"
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"har koi humse bewafai karta hai,
ab to yeh yakeen ho chala hai ki hum hi bewafa hai"
#Romil
घर मेरा मिट्टी का था और मुझे बरसात से मोहब्बत थी.
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हम उस हुस्न की बंदगी खुदा समझकर करते रहे,
जो दौलत की दुनिया में बिक जाते हैं.
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हर कोई हमसे बेवफाई करता है,
अब तो यह यकीन हो चला है कि हम ही बेवफा है.
#रोमिल
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