main bhi kitna pagal tha
titliyon ke naam rakkha karta tha...
***
jab phool khilte the
main tumhara aks dhoondha karta tha...
main bhi kitna pagal tha
titliyon ke naam rakkha karta tha...
***
tapti doop mein
sard hawaon mein
barishon mein
main tere peeche-peeche bhaga karta tha...
main bhi kitna pagal tha
titliyon ke naam rakkha karta tha...
***
jab tum nahi aati thi
teri yaadon mein uljha-uljha rehta tha
subah se shaam tak udaas intezaar karta rehta tha
main bhi kitna pagal tha
titliyon ke naam rakha karta tha...
***
main bhool gaya tha
titliyon ke to pankh bhi hote hai
khushboo ki chahat mein woh door udd jaati hai
fir kabhi laut kar nahi aa paati...
fasle badh jaate hai...
main bhi kitna pagal tha
titliyon se dosti kiya karta tha...
***
main bhi kitna pagal tha...
#Romil
मैं भी कितना पागल था
तितलियों के नाम रखा करता था...
***
जब फूल खिलते थे
मैं तुम्हारा अक्स ढूँढा करता था...
मैं भी कितना पागल था
तितलियों के नाम रखा करता था...
***
तपती धूप में
सर्द हवाओं में
बारिशों में
मैं तेरे पीछे-पीछे भागा करता था...
मैं भी कितना पागल था
तितलियों के नाम रखा करता था...
***
जब तुम नहीं आती थी
तेरी यादों में उलझा -उलझा रहता था
सुबह से शाम तक उदास इंतज़ार करता रहता था
मैं भी कितना पागल था
तितलियों के नाम रखा करता था...
***
मैं भूल गया था
तितलियों के तो पंख भी होते हैं
खुशबू की चाहत में वोह दूर उड़ जाती हैं
फिर कभी लौट कर नहीं आ पाती...
फासले बढ़ जाते हैं...
मैं भी कितना पागल था
तितलियों से दोस्ती किया करता था...
***
रोमिल मैं भी कितना पागल था...
तितलियों के नाम रखा करता था...
***
जब फूल खिलते थे
मैं तुम्हारा अक्स ढूँढा करता था...
मैं भी कितना पागल था
तितलियों के नाम रखा करता था...
***
तपती धूप में
सर्द हवाओं में
बारिशों में
मैं तेरे पीछे-पीछे भागा करता था...
मैं भी कितना पागल था
तितलियों के नाम रखा करता था...
***
जब तुम नहीं आती थी
तेरी यादों में उलझा -उलझा रहता था
सुबह से शाम तक उदास इंतज़ार करता रहता था
मैं भी कितना पागल था
तितलियों के नाम रखा करता था...
***
मैं भूल गया था
तितलियों के तो पंख भी होते हैं
खुशबू की चाहत में वोह दूर उड़ जाती हैं
फिर कभी लौट कर नहीं आ पाती...
फासले बढ़ जाते हैं...
मैं भी कितना पागल था
तितलियों से दोस्ती किया करता था...
***
रोमिल मैं भी कितना पागल था...
#रोमिल
2 comments:
nice one raj,
eh duniya ik saran lagdi,
koi aa janda koi chala janda,
koi phullan naal russ behanada,
te koi kandeya naal v nibha janda.
true...tkcr..
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