tabiyat apni machal gai...
honth the ya sharab ke pyale
chal apni badal gai...
dekha jo noor-e-chehara
rooh apni machal gai...
zulfein thi ya ghane badal
raatein apni badal gai...
#Romil
दो पल जो साथ उसका मिला
तबीयत अपनी मचल गई...
होंठ थे या शराब के प्याले
चाल अपनी बदल गई...
देखा जो नूर-ए-चेहरा
रूह अपनी मचल गई...
जुल्फ़े थी या घने बादल
रातें अपनी बदल गई...
#रोमिल
No comments:
Post a Comment