Tuesday, February 16, 2010

हर कोइए वफादार नहीं होता..

हर कोइए वफादार नहीं होता
हर सीप में मोती नहीं होता...
हर किसी को मत सुनाया करो अपना हाल-ए-दिल रोमिल
हर कोइए दर्द-ए-साथी नहीं होता...
[written by romil arora - copyright reserved]

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