hum bhi sultan hua karte the...
*
koi khareed nahi sakta tha
aisa besh-keemati haar hua karte the...
*
mohabbat kya kar li
hum raaste ke pather ho baithe
kabhi hum bhi tajmahal hua karte the...
#Romil
झुका नहीं था कभी अपना सर
हम भी सुल्तान हुआ करते थे...
कोई खरीद नहीं सकता था
ऐसा बेशकीमती हार हुआ करते थे...
मोहब्बत क्या कर ली
हम रास्ते के पत्थर हो बैठे
कभी हम भी ताजमहल हुआ करते थे...
#रोमिल
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