मोहब्बत की बस्तियां जलाने के लिए
मेरे शहर में अब भी कुछ लोग है
शाख से परिंदों को उड़ाने के लिए...
खता एक की
सजा पूरी कायनात के लिए - २
मेरे शहर में अब भी कुछ लोग है
चिंगारी को आग बनाने के लिए...
मंदिर, मस्जिद की लड़ाई, लड़ाने के लिए
मेरे शहर में अब भी कुछ लोग है
जात-पात की दीवार बनाने के लिए...
ईमानदारी की बूँद-बूँद को मिटाने के लिए
मेरे शहर में अब भी कुछ लोग है रोमिल
पानी में भ्रष्टाचार का ज़हर मिलाने के लिए...
#रोमिल
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