Wednesday, June 8, 2011

ज़िन्दगी की एक अनकही कहानी सी हूँ...

पूरी होके भी मैं अधूरी सी हूँ
हूँ फूल 
फिर भी न खीली सी हूँ...
***
जोश बहुत हैं 
उमंग बहुत हैं दिल में उड़ने का 
लेकिन पंख कटी सी हूँ...
***
चेहरे पर तो सदा मुस्कान रहती हैं
दिल ही दिल में जली सी हूँ...
***
जी चाहता हैं उसकी प्यास भूझा दूं
हूँ सागर
फिर भी खारे पानी सी हूँ...
***
उसकी होकर
उसकी हो न सकी
रोमिल, ज़िन्दगी की एक अनकही कहानी सी हूँ...

#रोमिल

1 comment:

pari said...

hello rj,
thanx jo tumhe facebook pr meri photo psnd ai, ab to maan lo ke main gunn nai hu, main gunn hoti to main apne original name ke sath introduce kbi na hoti,