All my posts dedicated to My Rab NaaZ... Bas is tarah mohabbat ki namazein ada kar leta hun, naam NaaZ ka zameen pe likh sajda kar leta hoon... Written By ROMIL.COPYRIGHT RESERVED to http://www.sunny-raj.blogspot.com and writer!
Wednesday, September 28, 2011
यहाँ जो डूब जाता हैं फिर उभरता नहीं...
क्यों अपनी डूबी हुई ज़िन्दगी का किनारा तलाशते हो रोमिल
यह मोहब्बत-ए-सागर हैं, यहाँ जो डूब जाता हैं फिर उभरता नहीं...
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