यह साल भी बीता बिना बरसात के
मैं आंसू न बहाऊ तो क्या करूं...
*!*
इंतज़ार में कटती नहीं रातें
मैं शमा न जलाऊ तो क्या करूं...
*!*
उनसे जब पूछे बेवफाई की वजह हैं क्या
वो तब भी कुछ न बताये तो क्या करूं...
*!*
यूंह तो तेरी महफ़िल में मिलते हैं सब गले
कोई दिल से नहीं मिलता तो क्या करूं...
*!*
कोई नहीं हैं अपना इस शहर में
तेरा शहर न छोड़ जाऊं तो क्या करूं...
मैं आंसू न बहाऊ तो क्या करूं...
*!*
इंतज़ार में कटती नहीं रातें
मैं शमा न जलाऊ तो क्या करूं...
*!*
उनसे जब पूछे बेवफाई की वजह हैं क्या
वो तब भी कुछ न बताये तो क्या करूं...
*!*
यूंह तो तेरी महफ़िल में मिलते हैं सब गले
कोई दिल से नहीं मिलता तो क्या करूं...
*!*
कोई नहीं हैं अपना इस शहर में
तेरा शहर न छोड़ जाऊं तो क्या करूं...
#रोमिल
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