न हम रब मांगते हैं
न हम दुनिया-ए-जागीर मांगते हैं
हम तो सिर्फ अपनी वफ़ा का सिला मांगते हैं...
***
तू रहे चाहे किसी की भी सनम
हम तो सिर्फ तेरे दिल के किसी कोने में एक जगह मांगते हैं...
***
शमा की मोहब्बत में जान तक दे दे
हम ऐसे परवाने को पाने की दुआ मांगते हैं...
***
चाहे जितनी भी बेवफाई कर ले हमसे रोमिल
हम तो हमेशा उसकी खुशियों की दुआ मांगते हैं...
न हम दुनिया-ए-जागीर मांगते हैं
हम तो सिर्फ अपनी वफ़ा का सिला मांगते हैं...
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तू रहे चाहे किसी की भी सनम
हम तो सिर्फ तेरे दिल के किसी कोने में एक जगह मांगते हैं...
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शमा की मोहब्बत में जान तक दे दे
हम ऐसे परवाने को पाने की दुआ मांगते हैं...
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चाहे जितनी भी बेवफाई कर ले हमसे रोमिल
हम तो हमेशा उसकी खुशियों की दुआ मांगते हैं...
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