Friday, March 16, 2018

रब के फरिश्तों जैसी...

नाज़... है मेरी बहारों जैसी... 
आसमान में चाँद जैसे... 
फूलों में गुलाब जैसे... 
बहुत दोस्त नहीं है मेरे... 
सिर्फ नाज़... है रब के फरिश्तों जैसी... 

#रोमिल

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