Saturday, January 11, 2020

वक़्त बस चलता जा रहा है...

अम्मी कहती थी... 

जिस बेटे की नजरें मैंने उतारी थी... 
वही बेटा मुझे नज़रें दिखाता  है... 
शहर में रहता है... 
पर मिलने नही आता है... 

चंद आंसू, मेरी आँखों में पलते रहते है... 
मौत बिस्तर पर करवटें लेती रहती है... 

बेटी होती तो... दवाई पिलाती...
ख़िदमत करती... 
दुआ में लगी रहती...  

वक़्त बस चलता जा रहा है... 
न जाने कब पूरा होगा.. 

#
रोमिल अरोरा

No comments: