Monday, March 19, 2018

आज वोह मुझसे मेरी बातों का मतलब पूछता है...

जो मेरे खवाबों से दुनिया बना लेता था... 
आज वोह मुझसे मेरी बातों का मतलब पूछता है... 

जो नज़रों से मेरी बात समझ लेता था... 
आज वोह मुझसे मेरे इशारों का मतलब पूछता है...
 
जो अज़नबी बनकर मुझसे रोज़ मिलता था... 
आज वोह मुझसे मुलाकात का मतलब पूछता है.... 

- रोमिल राज

सूरज को कैसा आज़माना

सूरज को कैसा आज़माना,
वह तो दुनिया को ज़िन्दगी देता है... 
अपने लिए अँधेरा रखकर... दुनिया को रोशनी देता है... 

- सन

Sunday, March 18, 2018

दिलचस्प इज़हार-ए-मोहब्बत

कितना दिलचस्प इज़हार-ए-मोहब्बत अपना था... 
वह तो क़रीब न थे... 
इसलिए रब से कर देते थे... 

- रोमिल राज...

ज़ख्म देकर, मरहम लगाना जानते हो...

ज़ख्म देकर, मरहम लगाना जानते हो... 
तुम नेता बनने का हुनर जानते हो... 
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हम बेवफ़ा के लिए भी करें दुआ... 
तुम्हारे जैसे हुनरबाज़ नहीं है हम... 

- रोमिल राज

हम मोहब्बत-ए-इज़हार के लिए लफ्ज़ ही ढूंढते रहे....

हम मोहब्बत-ए-इज़हार के लिए लफ्ज़ ही ढूंढते रहे.... 
और 
वह दूसरे का हाथ थाम कर चले गए... 

- रोमिल राज 

Friday, March 16, 2018

जान देने के और भी तरीक़े थे...

जान देने के और भी तरीक़े थे रोमिल... 
क्या ज़रूरत थी दिल लगाने की... 

- रोमिल राज... 

जो पाओं ज़रा रख दे फूलों पर तो छाले आ जाते है...

उसका ज़िक्र होते ही आँखों में आंसू आ जाते है... 
शाम ढलते ही चेहरे पे दुखों के बादल छा जाते है... 

इतना पत्थर होगा उस बेवफा का दिल सोचा न था... 
जो पाओं ज़रा रख दे फूलों पर तो छाले आ जाते है... 

- रोमिल राज