Masjid mein dekh kar tujhe hairat bahut hui romil
kiski khushiyaan ke liye tune fir haath fehlaya
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yeh duaon ka silsila kyon kar raha hai tu chalu
kaun hai woh anjani jo fir yaad aaya
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aankhon mein aansoo kiske liye hai
kiski bandagi ka fir khayal aaya
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shaam hote hi kyon khol deta hai darwaze
woh kaun hai jiska yeh chand salam lekar aaya
#Romil
मस्जिद में देखकर तुझे हैरत बहुत हुई रोमिल
किसकी खुशियों के लिए तूने फिर हाथ फैलाया...
यह दुआओं का सिलसिला क्यों कर रहा हैं तू चालू...
कौन है वो अजनबी जो फिर याद आया...
आँखों में आँसू किसके लिए है...
किसकी बंदगी का फिर ख़्याल आया...
शाम होते ही क्यों खोल देता हैं दरवाजे...
वो कौन है जिसका यह चाँद सलाम लेकर आया...
#रोमिल
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