gum-sum chup-chap rehti ho
uljhi-uljhi khayalon mein khoi rehti ho
kisi ka intezaar karti rehti ho
lagta hai mohabbat karti ho...
~*~
har ek duniya wala yeh sawaal karta hai
kiske liye tu maang bharti hai
kiske liye sajti-sawarti hai
lagta hai mohabbat karti ho...
~*~
yeh dua kis ke liye mangati ho
khuda se kiske liye ladai karti ho
kaun hai woh jo aankhen narm kar jaata hai
lagta hai mohabbat karti ho...
#Romil
गुम-सुम चुप-चाप रहती हो
उलझी-उलझी ख़्यालों में खोई रहती हो...
किसी का इंतजार करती रहती हो...
लगता है मोहब्बत करती हो...
हर एक दुनिया वाला यह सवाल करता है
किसके लिए तू मांग भरती है
किसके लिए सजती-संवारती है
लगता है मोहब्बत करती हो...
यह दुआ किसके लिए माँगती हो
खुदा से किसके लिए लड़ाई करती हो
कौन है वह जो आंखें नम कर जाता है
लगता है मोहब्बत करती हो...
#रोमिल
1 comment:
Very Well Written :-)
I LOVE U
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