jo guzar gaya...woh guzar gaya
na koi apna...na koi paraya
na dil mein hai malal judai ka
na aankhon main akas uski bewafai ka
jo guzar gaya...woh guzar gaya
na koi apna...na koi paraya...
~*~
khawabon mein na tha ki duniya itni buri hai
wafaiye...jafaiye...jab khayalon ki baatein hai
na gila hai usse
woh rasta apna badal gaya
jo guzar gaya...woh guzar gaya
na koi apna...na koi paraya...
~*~
zaara si uski muskurahat par khil uthata tha chehara apna
woh chehare par berukhi de gaya
ujali-ujali thi zindagi apni
woh yaadon ki shaam de gaya
jo guzar gaya...woh guzar gaya
na koi apna...na koi paraya...
#Romil
जो गुज़र गया... वो गुज़र गया...
ना कोई अपना... ना कोई पराया...
न दिल में है मलाल जुदाई का...
न आँखों में अश्क़ उसकी बेवफ़ाई का...
जो गुज़र गया... वो गुज़र गया...
ना कोई अपना... ना कोई पराया...
ख़्वाबों में न था कि दुनिया इतनी बुरी हैं
वफ़ाएँ... जफाएँ... बस ख़यालों की बातें है
न ग़िला है उससे
वो रास्ता अपना बदल गया
जो गुज़र गया... वो गुज़र गया...
ना कोई अपना... ना कोई पराया...
ज़रा सी उसकी मुस्कुराहट पर खिल उठता था चेहरा अपना
वो चेहरे पर बेरुख़ी दे गया
उजली-उजली थी ज़िन्दगी अपनी
वो यादों की शाम दे गया
जो गुज़र गया... वो गुज़र गया...
ना कोई अपना... ना कोई पराया...
#रोमिल
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