Thursday, June 30, 2011

चलो हुकू एक खेल खेलते है

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चलो हुकू एक खेल खेलते है....

कुछ पल के लिए तुम रोमिल और मैं हुकू बन जाएँ!
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"हर पल रोमिल की तरह तुम तरफों       
हुकू का इंतज़ार सुबह-शाम करो 
हुकू से मिलने का कोइए बहाना ढूँढो   
हुकू के सपने में खो जाओ
रात भर 
हुकू के एहसास से बातें करो
हुकू से प्यार की उम्मीदे बांधो
अपनी साँसों में 
हुकू को महसूस करो"
***
बोलो 
हुकू कैसा रहेगा?
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬[रोमिल]▬▬

Wednesday, June 29, 2011

बेवफा ने तो अपना नाम ही बदल लिया...

▬▬हुकू▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
चिराग भुझ गए हौसला न दिया
हवाओं में खुला छोड़ दिया सहारा न दिया...
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मैंने कब कहाँ था मेरे हक में तू बोल
उसने तो गुनेहगार का साथ दे दिया...
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सदियो उसके नाम की इबादत करता रहा
बेवफा ने तो अपना नाम ही बदल लिया...
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इतनी नफरत हो जाएगी अपने रिश्ते में रोमिल, सोचा न था
पास से गुज़ारा और हालचाल तक न लिया...
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬[रोमिल]▬▬▬

Tuesday, June 28, 2011

आशिक होते तो समझते तुम

▬▬हुकू▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
छोटे से सवाल का जवाब दे न पाए
और करते हो इम्तिहानो की बात...
रोमिल, आशिक होते तो समझते तुम
दीवाने की बात... 

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Monday, June 27, 2011

सांस लेने की रस्म अदा करते हो

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सांस लेने की रस्म अदा करते हो
बस ज़िन्दगी गुज़र-बसर करते हो...
*
इंतज़ार की बेड़ियों ने इस तरह बाँध रखा हैं तुमको
तुम रूह और जिस्म से जुदा-जुदा फिरते हो...
*
उसकी बेवफाई ने तोड़ कर रख दिया हैं तुम्हे
तुम ज़माने से खफा-खफा रहते हो...
*
खत्म करो यह मोहब्बत का तमाशा रोमिल
क्यों अपनी लाश का भोझ धोये -धोये फिरते हो...
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬[ रोमिल]▬▬

Saturday, June 25, 2011

मैं तुम्हे चाँद में ढूँढता हूँ...

▬▬हुकू▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
तुझे दिल की किताब में ढूँढता हूँ
तुझे बीते हुए खवाब में ढूँढता हूँ
तुम मेरा रास्ता भूल गयी हो
मैं तुम्हे हर रास्ते पर ढूँढता हूँ...
***
तेरी ही धुन में खोया रहता हूँ
तुझे हर धुन में ढूँढता हूँ
तुम न मुझे अपना चेहरा दिखाओ
मैं तुम्हे चाँद में ढूँढता हूँ...
▬▬▬▬▬▬▬▬▬[ रोमिल]▬▬

Friday, June 24, 2011

इश्क के दिन अजीब होते हैं...

▬▬हुकू▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
इश्क के दिन अजीब होते हैं
इश्क के दिन अजीब होते हैं
दीवाने थोड़े पागल होते हैं... 
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इश्क के दिन अजीब होते हैं
दीवाने थोड़े पागल होते हैं...
***
महबूब को खुदा समझते हैं
खुद में ही खोये-खोये रहते हैं.
इश्क के दिन अजीब होते हैं
दीवाने थोड़े पागल होते हैं...
***
आइना से करते हैं बातें
रात भर खवाबों में खोये रहते हैं.
इश्क के दिन अजीब होते हैं
दीवाने थोड़े पागल होते हैं...
***
बंद कमरों में चुप-चुप कर रो लेते हैं
महफिलों से दूर रहते हैं...
इश्क के दिन अजीब होते हैं
दीवाने थोड़े पागल होते हैं...
***
जब तक न लगे ठोकर बेवफाई में
बड़े नाज़ से इश्क का नाम लिए फिरते हैं.
इश्क के दिन अजीब होते हैं
दीवाने थोड़े पागल होते हैं...
***
महबूब को खुदा समझते हैं...
खुद में ही खोये-खोये रहते हैं...
इश्क के दिन अजीब होते हैं...
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬[ रोमिल]▬▬

Thursday, June 23, 2011

कभी तुम मिलो तोह सही...

▬▬हुकू▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
कभी तुम मिलो तोह सही 
दो घडी पास बैठो तो सही...
कभी तुम मिलो तोह सही...
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शबनमी-चांदनी रात लिए
कभी अपना चाँद सा चेहरा दिखाओ तो सही...
कभी तुम मिलो तोह सही...
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अदाएं-ए-तमन्ना साथ लिए 
कभी मेरा हाथ अपने कन्धों से झटको तो सही...
कभी तुम मिलो तोह सही...
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रग-रग में मोहब्बत की शमा लिए 
कभी शोख से आँचल गिराओ तो सही...
कभी तुम मिलो तोह सही...
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फूलों सी जवानी की बहार लिए 
होंठों पर कोइए मोहब्बत का नगमा सजाओ तो सही...
कभी तुम मिलो तोह सही...
▬▬▬▬▬▬▬▬[ रोमिल]▬▬