Tuesday, October 11, 2011

हाथ उठा कर यह दुआ किया करो

हाथ उठा कर यह दुआ किया करो रोमिल
न कोइए जुदा हो
न कोइए उदासियों में जिए
न कोइए किसी के लिए तरपे
न कोइए परेशां हो.

Monday, October 10, 2011

कोइए गम नहीं

मैं जला तो कोइए गम नहीं रोमिल...
कम से कम औरों को तो रोशनी मिल गई...

Sunday, October 9, 2011

हमारी जान है वोह...

मोहब्बत में नादान है वोह,
फिर भी हमारी जान है वोह,
पल भर में आँखों से आंसू बहा देती है वोह,
हर बात को दिल से लगा लेती है वोह,
हमेशा रब, रूह की बातें करती है वोह,
भोली है, 

मासूम है, 
दुनिया से अंजान है वोह,
तभी तो रोमिल हमारी जान है वोह!


#रोमिल अरोरा

Saturday, October 8, 2011

कुछ नहीं रहता इज्ज़त, स्वाभिमान चले जाने के बाद...

ना दो किसी को अपनी ज़िन्दगी के साथ खेलने का हक रोमिल
कि कुछ नहीं रहता इज्ज़त, स्वाभिमान चले जाने के बाद...

Friday, October 7, 2011

सुबह यादों में बीत जाती हैं

सुबह यादों में बीत जाती हैं
रात इंतज़ार में बीत जाती हैं...
***
काफिले-काफिले बदलते रहते हैं 
ज़िन्दगी सफ़र में बीत जाती हैं...
***
वोह वादा करके मिलाने न आये तो 
फ़िक्र उसकी मुझे खा जाती हैं...
***
कैसे भूल जायुं उसकी मुस्कान रोमिल
वोह ही तो सांसें चलाना सीखती हैं...

Thursday, October 6, 2011

समझ

जब समझ नहीं थी सनम को हमारी शायरी के अल्फाज़ो की,
तब खूब तालियाँ बजाया करते थे,
जब से समझने लगे है हमारी शायरी के अल्फाज़ो को रोमिल,
तब से आंसू बहाया करते हैं...

#रोमिल

Wednesday, October 5, 2011

ख़ाक-ए-इज्ज़त

महफ़िल में जाकर अपनी बेइज्जती करवाए कौन
अपने काफी है ख़ाक-ए-इज्ज़त मिलाने को.

#रोमिल