Friday, March 16, 2018

रब के फरिश्तों जैसी...

नाज़... है मेरी बहारों जैसी... 
आसमान में चाँद जैसे... 
फूलों में गुलाब जैसे... 
बहुत दोस्त नहीं है मेरे... 
सिर्फ नाज़... है रब के फरिश्तों जैसी... 

#रोमिल अरोरा

फरिश्तों का काम होता है...

दूसरों को ख़ुशी देना... 
फरिश्तों का काम होता है... 

अपने दुःख की परवाह न करते हुए, दूसरों को सुख देना...
फरिश्तों का काम होता है... 

अपने जीवन के परवाह किये बिना, दूसरों को जीवन देना... 
फरिश्तों का काम होता है... 

रब की बंदगी करना... 
उसके सजदे में सदा रहना... 
रब पर भरोसा रखना... 
फरिश्तों का काम होता है... 

हमेशा ईमानदार रहना... 
सदा सच बोलना... 
सदा सबका भला सोचना... भला करना... 
सबसे अच्छाई का व्यवहार करना... 
फरिश्तों का काम होता है... 

मेरी नाज़ भी ऐसी ही हैं... 

#रोमिल अरोरा

Friday, January 19, 2018

कैसे जियूँ होश में, मुमकिन नहीं रहा अब...

कैसे जियूँ होश में, मुमकिन नहीं रहा अब... 
आरज़ू बस इतनी है अल्लाह से की मुझे पागल बना दे... 

- सन

Wednesday, January 17, 2018

क्यों...

दो साहिलों के बीच इतनी गहराई क्यों होती है 
सारी दुनिया होती है अपने पास फिर भी एक की तलाश क्यों होती है... 

 वैसे तो मर कर कोई वापस नहीं आता 
फिर भी आँखों में किसी के लौट आने की चाहत क्यों होती है... 

- सन

Monday, January 15, 2018

मेरा जीना, मरना तेरी यादों और आस के बीच में है...

मेरा जीना, मरना तेरी यादों और आस के बीच में है... 

तेरी यादें मुझे जीने नहीं देती... 
और 
तेरी आस मुझे मरने नहीं देती...

- सन

Monday, August 26, 2013

yeh jo dard ka darakht hai, kabhi sukhata nahi hai.

yeh jo dard ka darakht hai,
kabhi sukhata nahi hai.

main har pal mein muskurata rehta hoon
fir bhi yeh udas chehare kamal ki tarah khilata nahi hai.

raat ki bheegi-bheegi chaton ki tarah
meri aankhon mein bhi yeh sawan rukta nahi hai.

aur

Romil, kuch dino ke baad tumko bhi poojenge log
har kisi ko ishq mein itna uccha auda milta nahi hai.

Sunday, August 25, 2013

ab kya soche kya accha, kya bura hoga

ab kya soche kya accha, kya bura hoga
zindagi kam hai, khuda se ab samna hoga.

sar bahut jhuka chuka, ab haaton mein pathar hoga
zindagi kam hai, khuda se ab samna hoga.

parwah nahi, yeh dil kaun si saza ka haqdar hoga
zindagi kam hai, khuda se ab samna hoga.

aur

maut meri yeh baat shaabit kar degi
hasrha zindagi se haare hue insaan ka kya hoga
zindagi kam hai, khuda se ab samna hoga.

#Romil

अब क्या सोचे, क्या अच्छा, क्या बुरा होगा 
जिंदगी कम है, खुदा से अब सामना होगा. 

सर बहुत झुका चुका, अब हाथों में पत्थर होगा 
जिंदगी कम है, खुदा से अब सामना होगा. 

परवाह नहीं, यह दिल कौन सी सजा का हकदार होगा 
जिंदगी कम है, खुदा से अब सामना होगा. 

और

मौत मेरी यह बात साबित कर देगी 
हश्र जिंदगी से हारे हुए इंसान का क्या होगा
जिंदगी कम है, खुदा से अब सामना होगा.

#रोमिल