सुबह यादों में बीत जाती हैं
रात इंतज़ार में बीत जाती हैं...
***
काफिले-काफिले बदलते रहते हैं
ज़िन्दगी सफ़र में बीत जाती हैं...
ज़िन्दगी सफ़र में बीत जाती हैं...
***
वोह वादा करके मिलने न आये तो
फ़िक्र उसकी मुझे खा जाती हैं...
फ़िक्र उसकी मुझे खा जाती हैं...
***
कैसे भूल जायूं उसकी मुस्कान रोमिल
वोह ही तो सांसें चलाना सीखती हैं...
वोह ही तो सांसें चलाना सीखती हैं...
#रोमिल
No comments:
Post a Comment