Tuesday, December 13, 2011

वोह पल बहुत याद आता हैं...

वोह किताबों में
तेरा नाम लिखना
वोह दीवारों में
तेरा नाम लिखना
अभी भी याद आता हैं...
***
वोह नज़ारे मिलाना
नज़ारे मिलकर, नज़ारे चुराना
तेरे पहलू में मासूमियत के साथ सो जाना
तेरे झूमके के साथ खेलना
अभी भी याद आता हैं...
***
वोह बीता हुआ पल
जिस पल में सिर्फ तुम और हम थे रोमिल
वोह पल बहुत याद आता हैं...

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