Tuesday, June 14, 2011

Shirtless Salman Khan - Ready (2011) Koi To Rok Lo

isse accha mauka nahi milega shirt utarane ka 
dikha de apni body
nahi dekhayega
kyon??
mota ho gaya hai 
mota
koi to rok lo
maaza aaya!!!

*****

इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा शर्ट उतारने का 
दिखा दे अपनी बॉडी 
नहीं देखायेगा
क्यों??
मोटा हो गया है 
मोटा 

कोई तो रोक लो
मजा आया!!!

कुछ लोग हमारे साथ वफ़ा से रहे

कुछ लोग हमारे साथ वफ़ा से रहे
फिर भी बेवफा से रहे 
~
चिराग ने जलाया हैं घर मेरा 
फिर क्यों दुश्मनी हवा से रहे 
~
खुद ही मोहब्बत का रोग हमने पाला हैं
फिर क्यों गिला महबूब से रहे 
~
हजारों ज़ुल्मो-सितम दिए हैं मुझे खुदा ने
फिर क्यों खफा दुआ से रहे !
~
ज़िन्दगी ने पल-पल पर मेरा साथ छोड़ा हैं रोमिल
फिर क्यों उम्मीद मौत से रहे!

Monday, June 13, 2011

What's My Name...What's My Name...What's My Name...

Many Controversial Name Songs

1. Monica, Oh My Darling - Caravan (1971)
2. Meri Soni Meri Tamanna - Yaadon Ki Baarat (1973)
3. Julie I Love U - Julie (1975)
4. Tu Hai Meri Kiran - Darr (1993)
5. Aye Shivani - Khoobsurat (1999)
6. Bebo Main Bebo - Kambakkht Ishq (2009)
7. Sheila Ki Jawani - Tees Maar Khan (2010)
8. Munni Badnaam Hui - Dabangg (2010)
9. Razia Gundon Mein Phas Gayi - Thank You (2011)
10. Ragini...Nazrein Hai Tujhpe Har Koi - Ragini MMS (2011)
11. Switty Tera Pyaar Chaida - Delhi Belly (2011)
12. Shalu Ke Thumke - Double Dhamaal (2011)

यह रिश्ते...

यह रिश्ते...


इंसान की जगह पत्थर है यह रिश्ते,
हैं अपने फिर भी कितने मतलबी है यह रिश्ते...

दौलत की मंदी में बिक जाते है यह रिश्ते,
बनकर अपने, धोखा दे जाते है यह रिश्ते...

सिर्फ किताबो में फूल बन कर रह जाते है यह रिश्ते,
वक़्त आने पर साथ छोड़ जाते है यह रिश्ते...

यादों में तन्हाई बनकर याद आते है यह रिश्ते,
बनाकर अपना, दगा दे जाते है यह रिश्ते...

ना इनको समझाना कभी अपना तुम रोमिल,
मौसम की तरह बदल जाते है यह रिश्ते...

Saturday, June 11, 2011

चुप -चुप कर दीवारों संग रोना पड़ता हैं

चुप -चुप  कर दीवारों संग रोना पड़ता हैं
हर खवाब को मिटा कर सोना पड़ता हैं 
कोइए नहीं होता गम में अपने साथ 
बस रब से गिला करना पड़ता हैं...
***
चहरे को झूठी हंसी के साथ सजाना पड़ता हैं
रास्तों को अपना घर बनाना पड़ता हैं 
किस लिए तुम्हें माफ़ कर दूं रोमिल
वफा का इल्जाम तो उम्र भर सहना पड़ता हैं...

Friday, June 10, 2011

मेरी बहती ज़िन्दगी की नाव का कोइए न कोइए तो किनारा होगा...

मुझे भी किसी का सहारा होगा
मेरे तरह कोइए और भी तनहाइयों का मारा होगा 
काम मुश्किल हैं मगर मन जीत लूँगा 
कभी न कभी मेरा भी बुलंद सितारा होगा...

इंतज़ार अब न मुझे गवारा होगा 
कोइए न कोइए शख्स तो हमारा होगा 
मन कहता हैं शायद धीमे से किसी ने नाम हमारा पुकारा रोमिल  
मेरी बहती ज़िन्दगी की नाव का कोइए न कोइए तो किनारा होगा...

Thursday, June 9, 2011

हमको यूँ बेगानों की तरह न देखा कीजिये

हमको यूँ बेगानों की तरह न देखा कीजिये  
हम आपके हैं यह हमपर भरोसा कीजिये...
*
ठुकुरा देंगे हम हर ख़ुशी आपके लिए
मेरे महबूब एक बार तो हम पर ऐतबार कीजिये...
*
अभी शायद तुमको महफिलों से फुर्सत नहीं हैं
जब आएगा तन्हाई का मौसम तब हमारे घर आ जाया कीजिये...
*
रोमिल, न मिल सके तुमको वफा का सिला 
फिर भी उस बेवफा के लिए दुआ किया कीजिये...
*
माना तेरा-मेरा अब दर्द का रिश्ता न रहा
मेरे हमदम कभी-कभी हालचाल तो पूछ लिया कीजिये ...
*
हमको यूँ बेगानों की तरह न देखा कीजिये...